जीएमसी श्रीनगर ने खुली किताब प्रणाली टेस्ट आयोजित किया
श्रीनगर 09 जून 2017- राजकीय मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) श्रीनगर ने प्री-फाइनल एमबीबीएस मेडिकल छात्रों के खुली किताब प्रणाली टेस्ट किया गया। जीएमसी के एक बयान में कहा गसा कि यह पूर्व में यूरोप और अमेरिका में प्रचलित नवीनतम विधियों की जांच कर रहा है ।
कॉलेज के सामुदायिक चिकित्सा विभाग ने परीक्षा आयोजित कीं जो उच्चतर सोच वाले कौशल (एचओटीएस) का परीक्षण करती है, जो जांचकर्ताओं की सुगमता के आधार पर उनकी स्मृति शक्ति का परीक्षण करने के बजाय एक रोट-आधारित परंपरागत पद्धति के माध्यम से विश्लेषणात्मक कौशल पर अधारित है।
प्रिंसिपल जीएमसी श्रीनगर के अनुसार, ब्लूम के वर्गीकरण के अनुसार इस पद्धति से न केवल विद्यार्थियों द्वारा विषय के स्मरण का आकलन किया जाता है बल्कि यह छात्र के समझने, विश्लेषण, मूल्यांकन और सृजन के उच्च स्तर की जांच भी करता है।
खुली किताब व्यवस्था में डाले गए प्रश्न जटिल हैं और सिर्फ कॉपी और पेस्ट नहीं किया जा सकता हैं, जिसमें पुस्तकों सहित अध्ययन सामग्रियों को वैचारिक सवालों के जवाब देने में सहायता के लिए सलाह दी जाती है।
ब्यान मंे कहा गया ‘खुली किताब प्रणाली मूल्यांकन पद्धति को कुछ लोगों द्वारा भारी पैमाने पर नकल के रूप में गलत तरीके से प्रचारित किया गया है जो इस अभिनव पद्धति के बारे में गलत धारणा है।’’
ब्यान आगे कहा गया, ‘‘सरकारी मेडिकल कालेज श्रीनगर ने परीक्षा के दौरान किसी भी बड़े पैमाने पर नकल को खारिज किया है, और कहा कि खुली किताब प्रणाली का परीक्षण करने के लिए टेस्ट आयोजित किया गया था ताकि चिकित्सा स्नातकों के आकलन में विद्यार्थियों और चिकित्सा पेशेवरों के बारे में उनकी प्राप्यता के बारे में प्रतिक्रिया मिल सके।’’
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